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जिला चिकित्सालय पौड़ी की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद- डॉ. धन सिंह रावत

कहा, 7 विशेषज्ञ चिकित्सक सहित 18 डॉक्टरों को किया गया तैनात

34 नर्सिंग ऑफिसर और पैरामेडिकल स्टॉफ ने भी सम्भाला मोर्चा

पौड़ी/देहरादून। पीपीपी मोड़ (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) से हटने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के पास आते ही जिला चिकित्सालय पौड़ी की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी गई है। जिला अस्पताल में प्राथमिकता के आधार पर विभिन्न विशेषज्ञ चिकित्सकों, डॉक्टरों, नर्सिंग अधिकारियों, पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती कर दी गई है। जिससे अस्पताल में सभी चिकित्सकीय सुविधाएं सुचारू हो गई है। इसके अलावा आवश्यकतानुसार रोटेशन के आधार पर चिकित्सकों की तैनाती भी अस्पताल में की गई है ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो और उन्हें तत्काल चिकित्सकीय सुविधा मुहैया की जा सके।

सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी बयान में बताया कि जिला चिकित्सालय पौड़ी में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी गई है। उन्होंने बताया कि आमजन और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की शिकायत पर जिला अस्पताल को पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप (पीपीपी मोड़) से हटा कर स्वास्थ्य विभाग ने अपने हाथों में ले लिया है और इसका संचालन अब स्वास्थ्य विभाग खुद करेगा। उन्होंने कहा कि अंडर टेकिंग प्रक्रिया के बाद स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिकता के तहत 9 विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही 18 चिकित्सकों की तैनाती जिला अस्पताल में कर दी है। जिसमें सर्जन, पेडियाट्रिशन, गायनेकोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, एनेस्थेटिस्ट और ऑप्थलमोलॉजिस्ट शामिल है। इन सभी चिकित्सकों ने अस्पताल में कार्यभार ग्रहण कर लिया है।

इसके अलावा 34 नर्सिंग ऑफिसर्स सहित लैबटेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन सहित अन्य मेडिकल स्टॉफ ने जिला अस्पताल में मोर्चा सम्भाल लिया है। रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती से अस्पताल में एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा शुरू कर दी गई है। जिसके साथ ही अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो गई है। विभागीय मंत्री ने बताया कि पीजी कर चुके चार विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती अस्पताल में की जायेगी जिसकी प्रक्रिया शासनस्तर पर गतिमान है। इसके अलावा आवश्यकतानुसार रोटेशन के आधार पर आस-पास के चिकित्सालयों से चिकित्सकों की ड्यूटी जिला अस्पताल में लगाई जायेगी। अगर जरूरत पड़ी तो एनएचएम के तहत वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती अस्पताल की जायेगी, जिसके लिये स्वास्थ्य महानिदेशक को निर्देश दे दिये गये हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को लगातार मजबूत करने में जुटी है, जिला अस्पताल पौड़ी सहित प्रदेश के किसी भी अस्पताल में कोई कमी नहीं होने देंगे। डॉ. रावत ने कहा कि सरकार चिकित्सकों सहित मेडिकल स्टॉफ की कमी को दूर करने में जुटा है। इसके लिये विशेषज्ञ चिकित्सकों, चिकित्सकों की भर्ती की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत विभिन्न अस्पतालों में लम्बे समय से रिक्त चल रहे चिकित्सकों, नर्सिंग स्टॉफ व एएनएम के पदों पर बड़े पैमाने पर नियुक्ति की है। जिसका फायदा प्रदेश के आम लोगों को मिल रहा है।

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