Breaking News
प्रदेश सरकार किसानों की उत्थान एवं समृद्धि हेतु संकल्पित होकर निरंतर कार्य कर रही – मुख्यमंत्री धामी 
पर्वतीय क्षेत्रों में जनसंख्या दबाव को देखते हुए गढ़वाल व कुमाऊं में बनेंगे नए शहर
दिल्ली वालों को होली-दिवाली में फ्री सिलेंडर देने की तैयारी में जुटी सरकार 
कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ की ओटीटी रिलीज डेट से उठा पर्दा, इस दिन होगी रिलीज
मुख्यमंत्री धामी 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन में हुए शामिल
बर्फविहीन चोटियां फिर बर्फ से हुई लकदक, औली में एक तो बद्रीनाथ में दो फीट तक जमी ताजी बर्फ 
क्या आप भी करते हैं खाली पेट दूध या दही का सेवन, तो जान लीजिये इसके फायदे और नुकसान 
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यमुना किनारे स्थित वासुदेव घाट पर पूरी कैबिनेट के साथ की पूजा-अर्चना
स्वास्थ्य विभाग को 3311 करोड़ 54 लाख 4 हजार का मिला बजट

2018 के बाद कितनी जमीन बाहरी लोगों को बिकी, श्वेत पत्र जारी करें सरकार- यशपाल आर्य

नये भू- कानून पर संसदीय परम्पराओं का पालन नहीं किया- आर्य

देहरादून। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि समाचार पत्रों से ये पता चला है कि, राज्य की कैबिनेट ने विधानसभा में भू-कानून से संबधित विधेयक लाने का निर्णय लिया है।

उत्तराखण्ड में संसदीय परंपराओं का कहीं भी पालन नहीं हो रहा है।
परम्परा यह थी कि, जब राज्य में विधानसभा का सत्र चल रहा हो तो कैबिनेट के फैसलों की ब्रीफिंग भी नहीं होती थी।
यहां तो विधानसभा का सत्र चल रहा है। भू कानून मामले में विधेयक आएगा या संशोधन विधेयक आएगा और उस विधेयक के महत्वपूर्ण अंश मीडिया को पहले ही लीक कर दिए हैं। पहले ऐसे मामलों को विधानसभा अध्यक्ष संज्ञान में लेते थे।
पर अब इस राज्य में विधायी परंपराओं से कोई लेना देना नहीं था।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भू- कानून पर प्रतिक्रिया बिल के सदन में पेश होने के बाद देंगे लेकिन समाचार माध्यमों से पता चला है कि, 2018 में कि किए परिवर्तनों को सरकार वापस ले रही है। कांग्रेस ने तब भी परिवर्तनों का विरोध किया था।

आर्य ने कहा कि 2018 में हुए इन परिवर्तनों के बाद राज्य की हजारों एकड़ भूमि बाहरी लोगों को बेच दी गई है। सरकार को श्वेत पत्र लाकर स्थिति साफ करनी चाहिए कि, 2018 से लेकर अब तक राज्य की कितनी जमीन लुटवाई है किसको लुटाई है सरकार सारी जानकारी सार्वजनिक करे जिससे प्रदेश की जनता को पता चले की कैसे विगत वर्षों में राज्य की जमीन की कितनी बंदरबाट हुई है और राज्य को उसका क्या लाभ मिला।

उन्होंने कहा कि अन्य संशोधनों पर सदन में विधेयक पेश होने के बाद प्रतिक्रिया देंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top