Breaking News
एसजीआरआरयू में फिजियोथेरेपी शोध की विभिन्न विधाओं पर मंथन
ज्योतिर्मठ-मलारी हाईवे पर ब्रिज के नीचे मिले दो शव, नेपाली मूल के 18 लोग निकले थे मजदूरी करने 
फिलीपींस में फिर फटा कनलाओन ज्वालामुखी, 87,000 लोगों को पहुंचाया गया सुरक्षित स्थान पर
पीआरडी जवानों की बेटियों की शादी में मदद करेगी सरकार- रेखा आर्या
अतिथि शिक्षकों को वित्त विभाग ने दिया झटका, मानदेय बढ़ाने के प्रस्ताव को किया रद्द 
पुष्पा 2 ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, दुनियाभर में सबसे तेज 800 करोड़ तो भारत में 500 करोड़ का आंकड़ा पार
ढाई दिन की बच्ची का दून अस्पताल में किया गया देह दान 
हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिले को छोड़ बाकी सभी जिलों में पाला पड़ने का येलो अलर्ट जारी
वजन कम करने के लिए खाते हैं ज्यादा फल, तो हो जाएं सावधान, सेहत को हो सकते हैं बड़े नुकसान

पूर्व इंजीनियर की छाती और पेट में अनगिनत वारकर की गई हत्या, बाथरुम में पड़ा मिला शव 

मकान में अकेले रहते थे अशोक कुमार गर्ग 

पेट के घावों से बाहर निकल गई आंतें 

देहरादून। जीएमएस रोड के अलकनंदा एन्क्लेव में ओएनजीसी के पूर्व इंजीनियर 76 वर्षीय बुजुर्ग अकेले रहते थे। मकान के पिछले हिस्से के बाथरूम में उनका शव मिला। सोमवार रात करीब आठ बजे पुलिस को घटना की जानकारी मिली। बुजुर्ग के छाती और पेट में अनगिनत वार किए गए थे।

यहां 25 अलकनंदा एन्क्लेव पर बृज निवास नाम से अशोक कुमार गर्ग का मकान है। पुलिस घर के अंदर पहुंची तो मकान के मुख्य हिस्से में कोई नहीं था। घर की सारी लाइटें खुली थीं। घर के पिछले हिस्से में देखा तो वहां भी सारी लाइटें जल रही थीं। इस हिस्से के बाथरूम से कराहने की आवाज आ रही थी।

पुलिस वहां पहुंची तो देखा कि बुजुर्ग घायल अवस्था में बाथरूम में पड़े थे। पड़ोसियों ने उनकी पहचान अशोक कुमार गर्ग के रूप में की। पुलिस ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया लेकिन चंद मिनट के इलाज के बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया।

हत्यारे ने जिस तरह से अशोक कुमार गर्ग की हत्या की इससे ये तो साफ है कि उसे उन पर गुस्सा था। इस बात की गवाही भी बुजुर्ग के शरीर के घाव दे रहे हैं। उनके सीने और पेट पर सीधे और लंबवत कई ऐसे घाव हैं जिन्हें एक बेहद गुस्से से भरा व्यक्ति ही दे सकता है।

पेट के इन घावों से उनकी आंतें भी बाहर आ गई हैं। इस गुस्से का कारण कुछ क्षण भर का तो बिल्कुल नहीं लगता। देखकर लग रहा था कि काफी दिनों से कोई गुस्सा पाले हुए था और जब मौका मिला तो अशोक कुमार गर्ग के शरीर पर इस कदर वार कर दिया। अलकनंदा एन्क्लेव निवासी अशोक कुमार गर्ग की हर पड़ोसी से बनती थी। गर्ग यहां पर 1995 से रह रहे थे।

इन लगभग 30 साल में उनकी हर किसी से दोस्ती थी। पत्नी के स्वर्गवास हो जाने के बाद वह बिल्कुल अकेले हो गए थे। पड़ोसी बताते हैं कि उनके घर में हर रोज कोई न कोई होम डिलिवरी करने वाला आता था। कभी कोई खाना लेकर आता था तो कोई अन्य सामान लेकर आता था। ऐसे में ऐसे लोगों के ऊपर भी पुलिस का शक जा रहा है।

पुलिस इस मामले में कई दिशाओं में जांच कर रही है। कई ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब पुलिस खोजने का प्रयास कर रही है। उनके घर और आसपास ऐसे कई साक्ष्य मिले हैं जिनका जुड़ाव इस घटना से हो सकता है। मगर, जिस तरह के घाव उनके शरीर पर मिले हैं उनका अभी तक कोई जुड़ाव पुलिस को नहीं मिला है।

हालांकि, आने वाले 24 घंटों में पुलिस के सामने ऐसे कई साक्ष्य और दिशाएं आएंगी जिनके मेल से इस घटना का खुलासा संभव है। टेबल पर मिलीं कई तरह की दवाएं : पुलिस को बुजुर्ग के घर पर जांच के दौरान टेबल पर कई तरह की दवाएं मिली हैं। माना जा रहा है कि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं रही होंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top