Breaking News
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण पुरस्कार 2024 प्रदान किए
शिक्षा विभाग में तैनात होंगे 599 और अतिथि शिक्षक
ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिकता पर ऋण दें सार्वजनिक सेक्टर के बैंक
उत्तराखण्ड में निराश्रित गौवंशीय पशुओं को गोद लेने वालों को दिया जाता है सर्वाधिक मानदेय
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने जनता दरबार के दौरान सुनी फरियादियों की समस्याएं
आईएमए में पासिंग आउट परेड 14 दिसंबर को होगी आयोजित
दिव्यांगजन दिवस- फर्जी चिकित्सा प्रमाण-पत्रों पर नौकरी करने वालों की जांच की मांग
मलाइका अरोड़ा ने बिखेरा हुस्न का जलवा, खुली जुल्फों में देखें स्टाइलिश फोटोज
राष्ट्रीय खेलों की तिथि फाइनल, 28 जनवरी 2025 से देवभूमि उत्तराखंड करेगा नेशनल गेम्स की मेजबानी

खाते वक्त बंद कर दें अपना फोन, वरना शरीर में आ सकती हैं कई खतरनाक बीमारियां

हर पल साथ रहने वाला फोन ही हमें बीमार बना रहा है. इसकी वजह से कई तरह की समस्याएं हो रही हैं. इतना ही नहीं पेट में भी एक खतरनाक बीमारी फैल रही है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आजकल हम अपने गैजेट्स हर जगह लेकर जाते हैं. यहां तक कि बाथरूम में भी इसे नहीं छोड़ते हैं. जिसकी वजह से गैजेट्स पर कई बैक्टीरिया पाए गए हैं, जिनसे बीमारियां फैल सकती हैं।
फोन से हमेशा हीट निकलती है, ऐसे में यह बैक्टीरिया के लिए सबसे सुरक्षित जगह होती है. स्क्रीन पर बैक्टीरिया के अलावा वायरस, फंगी और प्रोटोजोआ भी जम जाते हैं, जिनसे डायरिया, फूड पॉइजनिंग, सांस की बीमारी और स्किन इंफेक्शन का खतरा हो सकता है।

किन-किन लोगों को खतरा
फिटनेस ट्रैक करने के लिए स्मार्ट वॉच पहनने वालों को भी सावधान रहना चाहिए. इसके बैंड और स्क्रीन पर भी कई तरह के खतरनाक बैक्टीरिया पो जाते हैं, जो स्किन इंफेक्शन,  टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम, ब्लड, लंग्स में निमोनिया या अन्य अंगों में इंफेक्शन और दस्त की वजह बन सकते हैं. ऐसे लोग जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता है. कई-कई घंटों तक ईयरफोन या ईयरपॅाड पहने रहने से कान का तापमान और नमी बढ़ जाती है, जिससे संक्रमण का रिस्क रहता है।

फूड इंफेक्शन होने का डर
स्मार्टफोन की सतह पर स्टैफिलोकोकस ऑरियस नाम का जीवाणु मिलता है. इसे स्टैफ भी कहा जाता है, जो स्किन इंफेक्शन को बढ़ा सकता है. इस बैक्टीरिया के संपर्क में आने से फूड पॉइजनिंग का खतरा भी रहता है, इसलिए खाने के समय गैजेट्स का इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें, क्योंकि गैजेट्स के जरिए बैक्टीरिया हाथ, चेहरे और मुंह तक आसानी से पहुंच सकता है।

पेट और यूटीआई के लिए जोखिम भरा
फोन या गैजेट्स पर  एस्चेरिचिया कोलाई या ई-कोलाई नाम के बैक्टीरिया भी पाए जाते हैं, जो गंभीर संक्रमण पैदा कर सकते हैं. इसकी वजह से गंभीर दस्त, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और किडनी की बीमारी हो सकती है।

ये फोन की सतहों पर लंबे समय तक जिंदा रहते हैं. इससे इनके फैलने का खतरा भी ज्यादा होता है. फोन पर स्यूडोमोनस ऐरुगिनोसा बैक्टीरिया भी पाया जाता है, जो सांस में इंफेक्शन, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और ब्लड इंफेक्शन का कारण बन सकता है।

फोन को लेकर क्या सावधानी बरतें
एक रिसर्च के मुताबिक, 26 मोबाइल फोन पर 11,163 माइक्रो जीव पाए गए हैं, जो खतरनाक तरह की बीमारियों का कारण बन सकते हैं. इससे बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए. गैजेट की स्क्रीन और बैक कवर को माइक्रोफाइबर कपड़े या अल्कोहल वाइप्स से रोजाना सही तरह से साफ करें। बाथरूम या गंदी जगहों पर फोन का इस्तेमाल न करें.शरीर की साफ-सफाई का ध्यान दें. मोबाइल इस्तेमाल करने के बाद फेस, नाक, आंख या मुंह छूने से बचें. अपना फोन किसी के साथ शेयर न करें. ईयरफोन का यूज 1 घंटे से ज्यादा समय तक लगातार न करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top