Breaking News
उत्तराखण्ड नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जल्द जारी होगी
मुख्यमंत्री धामी ने सौंग बांध परियोजना पर विस्थापन की कार्यवाही जल्द करने के दिए निर्देश
कल से शुरू होगा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट, जाने मैच से जुडी बातें
कांतारा: चैप्टर 1 की रिलीज डेट आउट, 2 अक्टूबर 2025 को सिनेमाघरों में दस्तक देगी फिल्म
दूनवासियों के लिए खतरा बनी हवा, चिंताजनक आंकड़े निकलकर आए सामने
ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन- अंडरगारमेंट्स में घूमते हुए युवती को किया गया रिहा
क्रेश बैरियरों की खराब स्थिति को लेकर महाराज ने रोष जाहिर किया
दूरस्थ क्षेत्र पैठाणी में होगा उच्च शिक्षा को लेकर महामंथन
सर्दियों में टूटने लगे हैं बाल तो इस चीज से करें मालिश, नहीं होगा नुकसान

“केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने ‘विकसित भारत’ मिशन में युवाओं की भागीदारी पर की वर्चुअल बैठक”

नई दिल्ली। केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल और श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने  विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के युवा विभागों के मंत्रियों के साथ वर्चुअल बातचीत की। इस बैठक का मुख्य एजेंडा “विकसित भारत” मिशन के निर्माण में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए “माई भारत” प्लेटफार्म को एक वन-स्टॉप समाधान में परिवर्तित करना था।

बैठक के दौरान, डॉ. मांडविया ने कहा, “युवाओं के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें उन्हें ऐसे अवसर और कार्यक्रम प्रदान करने होंगे जो उनके भविष्य को संवारने में सहायक हों।” उन्होंने बताया कि “माई भारत” प्लेटफार्म वर्तमान में सीवी बिल्डर, अनुभवात्मक शिक्षा, स्वयंसेवा के अवसरों सहित कई सेवाएं प्रदान कर रहा है और जल्द ही इसे कौशल विकास, ऑनलाइन शिक्षण मॉड्यूल और नौकरी पोर्टल से जोड़ने की योजना है।

उन्होंने नई पहलों की भी घोषणा की, जिनमें प्रमुख थी ‘माई भारत आउटरीच प्रोग्राम’, जिसका उद्देश्य युवाओं को इस मंच से जुड़ने के फायदे बताना और उनकी भागीदारी को बढ़ावा देना है। दूसरी पहल ‘सेवा से सीखें’, युवाओं में सेवा की भावना को प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई है, जहां वे अस्पतालों में स्वास्थ्य योजनाओं पर काम करेंगे। तीसरी पहल ‘स्वच्छ भारत: नया संकल्प’ युवाओं को एकल-उपयोग प्लास्टिक इकट्ठा करने वाले सफाई अभियानों में शामिल करेगी, जिससे पर्यावरणीय स्थिरता और स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा।

डॉ. मांडविया ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए केंद्र के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया, ताकि 2047 तक एक विकसित भारत का सपना पूरा हो सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top